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तुमसे जो दो शब्द हुए थे ओ गोरी वो प्यारी रे आँखें

तुमसे जो दो शब्द हुए थे ओ गोरी वो प्यारी रे
आँखें अब सोना न चाहे रात भर सारी रे
सपने भी अब क्या देखें ,बात औरों से क्या करें
खुद से ही बातें कर कर सपने हो गए भारी रे।
तुमसे जो दो शब्द हुए थे ओ गोरी वो प्यारी रे।









                                              ~ #drgkpoetry
तुमसे जो दो शब्द हुए थे ओ गोरी वो प्यारी रे
आँखें अब सोना न चाहे रात भर सारी रे
सपने भी अब क्या देखें ,बात औरों से क्या करें
खुद से ही बातें कर कर सपने हो गए भारी रे।
तुमसे जो दो शब्द हुए थे ओ गोरी वो प्यारी रे।









                                              ~ #drgkpoetry