रूबरू जब हुए,उनसे अजनबी थे हम... फिर भी अच्छे थे!! हम, ना जाने खुदा को,क्या मंजूर था रूबरू भी करवाया ... गुफ्तगू भी करवाया... क्षण भर में मेरे मासूम से दिल को सबक भी सिखाया.....!!