मै जागती हूँ इसलिए कयोकि मुझे निंद नहीं आती| देर से भी सोऊँ तो सुबह जल्दी निंद खुल जाती| जलती हुई शंमा भी जल कर बुझ जाती पर मेरी निद्दीयाँ मेरी ना हो पाती| जब ना वो माँ पास तो में डर जाती कही खयालो की चपेट में मै आ जाती| #निद्रा #जागतीआँखें #yqdidi #yqquotes