तड़प तन्हाई या फिर बेकली अच्छी नहीं होती घुली अश्क़ों में हो तो ज़िन्दगी अच्छी नहीं होती बहुत अच्छा रहेगा शे'र में गर ढाल पाओ तो उदासी आँखों में जो हो रखी,अच्छी नहीं होती कि जिन आँखों को मेरे यार का दीदार हो जाए भला कैसे कहें वो सादगी अच्छी नहीं होती! ©Ghumnam Gautam #Exploration #ghumnamgautam #ज़िन्दगी #कैसे