इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा, यादें कटती हैं ले ले कर नाम तेरा, मुद्दत से बैठे हैं यह आस पाले, कि कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा। -विशाल #शाम_और_इन्तजार