कितनी सीता गंगा माँ की गोद में सो जाती हैं, कितनी गीता रेल पटरियों पय लहू बो जाती हैं। कौन कूदी दीवारों से,कौन गिरी मीनारों से, कौन गिनेगा इनकी संख्या ,रोज रंगे अखबारों से।😐😐 # say no to dowry