तलब___एक ढलती शाम तुम्हारे साथ ख्वाहिश___और कोई ना हो दरमियाँ ! शिकायत___ बात करने में शर्माती क्यों हो दिलासा___मिलो कभी तो बताऊंगी! बुरी___ नहीं हूँ दिल की मेरी जान मन___पूरा खोल कर दिखलाऊँगी !