इक सुनहरी धूप की परछाईं को देखा तो लगा यही कहीं पास हो तुम मालूम है तुम्हें मुझे यूं ही तुम्हारा ख्याल नहीं आया, किसी दुनिया के दूसरे हिस्से में बैठे तुम्हारे मन में भी ये सवाल आया क्या, ख़त के जमाने का इश्क है अपना तुमने पुरानी डायरी में मेरा नाम देखा क्या, इक खूबसूरत हवा छूकर गई बस अभी तुमने मेरी तस्वीर को सीने से लगाया क्या ।। #पुरानी_यादें #इश्क़ #डायरी #पुरानीबात