वीणापाणि हे अर्चना हे भारती माता हे भवानी कृपा करो मैं द्वार आया हूं भारते भातु भारती माता ज्ञान देवी है तूं ये सब कहता तेरे चरणों में शीश मैं तो नित नवाता हूं हे भवानी कृपा करो मैं द्वार आया हूं हाले दिल तुझको मैं सुनाऊं क्या जानें मन की तो फिर बताऊं क्या सुर लय ताल के बिना मैं गीत गाता हूं हे भवानी कृपा करो मैं द्वार आया हूं तूं है ज्ञानी तो पुत्र मूरख क्यूं तूं भी अब बन गई कुमाता क्यूं दर्दे दिल छोड़ ना मैं तुझसे कुछ भी पाया हूं हे भवानी कृपा करो मैं द्वार आया हूं ज्ञान - ज्योति ललित सुधा दे माँ कर वीणा मधुर सुना दे माँ भर दे विवेक बस विशेष कुछ ना मांगा हूं हे भवानी कृपा करो मैं द्वार आया हूं - ललित रंग ©Lalit Rang #सरस्वती #saraswati_vandana Wageshwari Saraswati ke Pavan charanon mein ye shabd Suman #WritersSpecial