मुझमें क्या है मेरा अपना इस नादानी के सिवा.... सब कुछ मिल जाता है ढूंढ़ ने पर मुझे इस जहां में खुद के सिवा.... खो दिया खुद को इस जिंदगी की उलझनों में मिला ही क्या है मुझे इम्तिहानों के सिवा.. मुझमें क्या है मेरा अपना इस नादानी के सिवा.... हर ग़म को सहा है मैने मुस्कुराते हुए.... नहीं था कोई साथ मेरे हौंसले के सिवा... उलफत की थी जिस से उसने भी कमी ना रखी... किया ही किया मुझे उम्र भर आजमाने के सिवा... मुझमें क्या है मेरा अपना इस नादानी के सिवा.... तृप्ति.... #नादानी