हार पड़ती है गले जब, हार आते नहीं गले तब। क्या हुआ जो हार आई, जीत छाई थी गले तक। थी बहुत ही जरूरी चोट जो खाई गले तक। देखते हैं, पाँव लड़खड़ाए या गले दे आए वहीं सब। है अभी भी रण अधुरा, क्या पता रन आए अब। हो अँधेरा बहार का जब गले ले आये यहीं सब। #yqcricket #yqhaar #yqpak #yqindia #yqjeet #yqgalaa #yqsaumitr