लोग करते हैं बहुत तारीफ, रावण की शराफत पे। सीता को नही लगाया हाथ, बिना उनकी इजाजत के।। तालियां एक हाथ से नहीं बजती कभी, विश्वास न हो तो आजमा कर देखे। एक स्त्री का था श्राप जो पर-स्त्री को रावण स्पर्श न कर सका, आज का रावण भी न छू सकेगा, गर हर स्त्री उस जैसा खुद को बना कर देखे।। GS✍️ #NojotoHindi #RawanKiSharafat