मां यशुधा का नटखट कान्हा नंद बाबा का लाला है श्याम रंग में दुनिया ढ़ल गई ऐसा ये मतवाला है तन काला मन श्वेत नीर सा मुख सब लोक समाये हैं चौदह भुवन बिहारी है पर गाय चराता ग्वाला है॥ हृदयवाणी।श्रीकांत पचहरा #Janamashtmi2020 #murliwala #poem #shayar #writtenbyme