शादी के पहले भी ना आज़ाद रहती , ये वो हस्ती हैं जो ख़ुद को खोकर, दूसरों के लिए परेशान रहती, सुनने को भी मिलता हमेशा इन्हें, लड़की हो लिहाज़ में रहो, तुम आज़ाद नहीं बस मेरे सर की पगड़ी की लाज़ रखो, बस ख्वाइश हैं मुझे तुम्हारी, शादी की, मेरी ख्वाइशों का सम्मान करो, और अपने सारे सपनो को दबा के रखों, जब बारी आती शादी की, फिर भी ना होती आज़ाद ये, इज्ज़त और सम्मान के ख़ातिर, हर बोझ उठाने को होती हैं तैयार ये, यहाँ भी वहीं बात दोहराई जाती, औरत हो लिहाज़ में रहो, बस फ़र्क इतना होता कि , ये,एक लड़की से औरत बन जाती, #अबला नारी