जिंदगी जी रहे हैं हम करके हर रोज एक नादानियां नहीं जानते हम क्या होती है ये कुर्बानियांँ आज जब इस अन्दर की दुनिया से निकलकर बाहर की दुनिया को जानना चाहा ना पूछ हम से... रूह कांँप गई हमारी जब हमने मौत को गले लगाना चाहा.. Challenge-102 #collabwithकोराकाग़ज़ 47 शब्दों में अपनी रचना लिखिए :) #कुर्बानियाँ #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️