ओ मेरी 'जान'! इस रिश्ते को तोड़कर जाने का; अब मत करो कोई बहाना, क्योंकि मैं भी नहीं चाहती ऐसा रिश्ता; जिसे किसी मजबूरी में पड़े निभाना। मगर मेरे चरित्र पर उँगली उठा कर; सभी सीमाओं को लाँघ दिया तुमने, इतना सब सहकर भी मैं घुट-घुटकर जियूँ; इतनी सहनशक्ति नहीं मुझमें। TASK :- 2, DAY :- 5 Week :-3, LANGUAGE :- HINDI TOPIC :- EMOTION, THEME :- ANGER Rhyming scheme of AABB Word 👇🏻 - Meaning 👇🏻