ना ये किस्सा है मोहब्बत में वफ़ा का मेरी, ना ये बात किसी की अदाओं की है, बेईमान से शख्स के लिए हद से गुज़रा था कोई, कहानी ये दर्द के बदले दुआओं की है, क्यों रेत के महल सी उजड़ी मासूम ख्यालों की दुनिया उसकी, खराब थी नियत लहरों की या बेदर्दी इन हवाओं की है, तेज़ाब हुए थे आँसू , मेरा नाम फिर भी मिटाया ना गया, बेबस हुई आँखों से भी दर्द अब और छुपाया ना गया, शरेआम तमाशा बना था यकीन का उसके, मगर ना जाने फिर भी कमी क्यों गवाहों की है, कद्र,वक़्त और मोहब्बत थी कीमत वफ़ा की उसकी, तड़प और तलाश जो अब इन निगाहों की है, खो दिया उसको जो मन्नत थी मेरी, हाँ ये कहानी मेरे गुनाहों की है..... by... *rx veer singh* #Love #माय #ओन #स्टोरी