पूरा सोच कर आधा बनाकर लोग किस्सा शोड देते हैं दो खूट पिलाकर जाम के फिर गिलास तोड़ देते हैं शेर सुनाकर अपनी बफा के लोगों को किसी दुखते दिल पर जहर निचोड़ देते हैं