डूबने वाले की मय्यत पर लाखों रोने वाले हैं, फूट फूट कर जो रोते हैं वही डुबोने वाले हैं । सोने का ये वक़्त नहीं है जाग भी जाओ बे-ख़बरो वर्ना हम तो तुम से ज़्यादा चैन से सोने वाले हैं..🖊️ #फ़ना निज़ामी कानपुरी