जिंदगी की जंग में सपने उड़ान लिए बैठे हैं, संघर्ष भरे जीवन में फिर से मुस्कान लिए बैठे हैं! घबराना नहीं परिस्थितियों से सीख गए हैं, कैसा भी हो संघर्ष ना खोना कभी हौंसला, जगने लगीं है तमन्ना फिर से हिंदुस्तान बनाने की, आओ प्रण करे साथ में मिलकर, स्वदेशी व्यापार अपनाकर आर्थिक स्थिति मजबूत करने की! ना बैठो कोई हार के अब, परिस्थितियों को भी तो हराना हैं, जज़्बा हैं जीतने का सबको जागरूक करना हैं! #दिव्या भंडारी getup india