लिखने का शौक तो बहुत है तेरे बारे में जितना लिखुं उतना कम है जब से तू मिली है मेरा मिटा हर गम है ना जाने ऐसी क्या बात है तेरे बारे में सोचूं चल पड़ती मेरी कलम है मगर मुझे ज्यादा लिखना नहीं आता है बस दो शब्दों में लिखा बहुत कम है दोस्ती ये तेरी ऐसी है मेरे हर दुख की मर्म है मुझे तू मिली है ये मेरे अच्छे कर्म है तू दोस्त है मेरी तब तक ये जीवन है for a true friend