पूज कर आज बेटियों को तुम मान दिखा रहें हों कल तुम ही उनके अभिमान को तोड़ दोगे। सम्मान करना हैं तो हर दिन करों । क्यों एक दिन के लिए ढोंग रचा रहें हों । ##राम नवमी ##