अभिशाप नहीं हूँ ना ही कलंक हूँ कोई ख़ुद की पहचान चाहती हूँ अपना मकाम चाहती हूँ अलग हूँ पर अलग नहीं तुम्हारे बाग की शान चाहती हूँ अपनी पहचान चाहती हूँ। ©Aishani शान हूँ, पहचान चाहती हूँ...! #standout