मुस्कुराने का अदब सीखे कोई उनसे कभी मुस्कुराहट! करती बयाँ ख़ामुशी, रज़ा, नाराज़गी एक तबस्सुम पर्दादार!राज़े दिल अंदाज़ भी एक जो बयाँ करे धड़कन के सारे राज़ भी एक कशमकश, कसक, कुवे जाँ नासाज़ भी एक इज़हारे मोहब्बत एक संगदिल बेरुखी एक खोलकर जंजीर करती नफ़स आज़ाद भी और एक घुटती गले में परिंदा कफ़स में जैसे कि #onlytoyou#smile#yqcolours#yqshades#yqlife#yqyou