एक पल को सही झुकवा दिया सर एक अदना सी मख़लूक़ ने अब तक था बड़ा नाज़ ज़ात ए आदम को अपनी कामरानी पे 3/4/20 The human arrogance subdued via Corona मख़लूक़ - creature कामरानी - mastery