आज से एक सफर शुरू होता है, उब गया था असफलताओ से मैं, थका हारा छुप कर बैठा था मैं, इस वर्ष ने आकर उम्मीदें जगा दर, बात ज्यो थी इसने सारी बता दी, आज से शुरू मेरी कहानी हुई थी, खट्टी मीठी यादों से कल रावानी हुई थी, नया चाहते थे लोग तो मैंने मुखौटा बदला है, चलना है साथ इनके मेरा भी यह सपना है, पास मेरे वही सब पुराने महीने तो है, दिनों की माला के भी वही मोती तो है, वक्त के साथ खुद को बदलना सीखा मैंने, जरूरतो के ख्वाब सबको दिखाए मैंने, ठहर कर तो नवीन पानी भी रोता है, तुम्हारा फिर आज से एक सफर शुरू होता है। लेखक - नवीन इन्सां #naya_safar #Happy_New_Year_2020