तेरी तस्वीर के सहारे जीना सीख रहा हूँ ! तेरी याद मे अब कविता लिख रहा हूँ जो लम्हें तूने बिताये प्यार के मेरे साथ उन्ही को शब्दों मे ढाल कर लिख रहा हूँ तेरी हर मुस्कराहट जो यादें बन गई उन्ही के सहारे जिन्दगी जी रहा हूँ अब नहीं शाम होने डर लगता अब तन्हाई को साथी बना रहा हूँ तेरी तस्वीर के बैठकर जिन्दगी से आँखे मिला रहा हूँ बेनाम आदीम ©Hidden Eyes News Channel #तेरीतस्वीर