श्रेष्ठता के चिन्हों में ‘दया’ सर्वप्रथम गुण है। जो श्रेष्ठ होगा उसके हृदय में छोटों के प्रति, निर्बलों के प्रति, दुखियों के प्रति करुणा की भावना अवश्य ही प्रस्फुटित होगी। "दया"