Nojoto: Largest Storytelling Platform

फूलों की तरह खिल कर देखो। तुम घर से बाहर निकल कर द

फूलों की तरह खिल कर देखो।
तुम घर से बाहर निकल कर देखो।

यहां लड़खड़ा ने से कुछ नहीं होगा
खुद इस जमाने में चल कर देखो।

नफरत करता है तो करने दो उसे
तुम वफा की आग में जलकर देखो।

खुद की बुराई  दिखती कहा है हमें
आईने ने कहा खुद से मिल कर देखो।

ठोकरें हजारों हैं इस जहां में मगर
खुद से खुद को  संभल कर देखो

©sanjay kushekar #sanjay  #gajhal
फूलों की तरह खिल कर देखो।
तुम घर से बाहर निकल कर देखो।

यहां लड़खड़ा ने से कुछ नहीं होगा
खुद इस जमाने में चल कर देखो।

नफरत करता है तो करने दो उसे
तुम वफा की आग में जलकर देखो।

खुद की बुराई  दिखती कहा है हमें
आईने ने कहा खुद से मिल कर देखो।

ठोकरें हजारों हैं इस जहां में मगर
खुद से खुद को  संभल कर देखो

©sanjay kushekar #sanjay  #gajhal