आप सबको आज मैं अपनी बेरोजगारी की दास्तां सुनाती हूं.......... पढ़ने के लिए आप कैप्शन में जाएं👇👇 शीर्षक - बेरोजगारी विधा - कविता है आज बड़ा दर्द का पहलू, जिसको उदय दुलारी नेह लिखेगी। अपने दिल का सारा दर्द बयां करेगी, आज बेरोजगारी पर आत्मगाथा लिखेगी।। सपने सजाएं थे आंखों में मैंने, जब मैंने भी अपना घर छोड़ा था।