शहर मे एक खामोसी सी छाई है। न जाने क्यो सब जगह तन्हाई है। घर में बंद हो गई जिन्दगी सब जगह मायुसी छाई है ये इश्क तेरे से मिलने तेरी सौतन आई है। तु तो दिल को तोड़कर तन्हा कर देती थी ऐ तो अपने साथ ही ले जाने आई है ✍️ राकेश #alone #lockdownstori करोना