हर जख्म छुपाये बैठी है वो होठो पे हँसी का गेहना पहने रहती है वो आँखो मैं सपनो का सागर लिए नींद की गोद हर रोज़ अस्को से भिगोती है वो मौन के शोर मैं धड़कनो की आवाज मैं ग़ुम रहती है वो #victim or #victorious