भूलते है जो रास्ते, भटकती है जब राहे, गुरु तेरे ज्ञान से, मिलती है तब मंजिले।। देखे थे मैने अरमान, पर तुमने थी भरवाई उडा़न। लडखडाए जब भी मेरे कदम, तुम बने सहारा हरदम। जिसने सिखाया देखना सपने, तुम थे वो अपने। रेंगना नही, दौड़ना सिखाया जिसने मुझे, गिरकर बैठना नही, उठकर चलना सिखाया मुझे, पंख नही है, फिर भी उडना सिखाया मुझे, गुरु तेरे ज्ञान से,मिलती है मंजिले मुझे, तेरे ज्ञान ने मिलाया मुझसे मुझे।। Teachers r catalyst of our dreams #architaavijyotsinghthakur #teacher #parents #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqquotes