मेरी खामियों को खूबियों में बदलना... मेरी बेचैनियों को खिलखिलाहट में बदलना.. खुदा को तो अक्सर बतानी पड़ती है ख्वाहिशें... पर बिना कुछ बताए ही, वो मेरा मन पढ़ लेती है। मुझे क्या चाहिए, कब चाहिए, क्यों चाहिए... मां बखूबी जानती है...!! Aesthetic Thoughts द्वारा प्रेषित एक ख़ूबसूरत #collab #माँजानतीहै #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi