बस इतनीं सी हँसी है ख़्वाहिश उसकी, हँसी चेहरे से उसके क़भी ओझल न हो, जब मांगें वो दुवाएं खैरियत में उसकी, मुक़म्मल उस जैसा सज़दा जहाँ में न हो, कुछ इस तरह रहे ख़ुदा-ए-नियामतें उसे, के गम का बादल उसने क़भी देखा न हो, औऱ चाहती है वो उसे इस सादगी से कुमार, अक्स आँखो में उसके किसी औऱ का न हो, — Kumar✍️ ©Kumar #अक्स #नोजोतोहिन्दीं #डियर_नोजोतो_फैमली