मुझे अच्छे से आता है बिछड़ जाना भुला देना मेरे तो दिल को भाता है वादो से बदल जाना यही इल्ज़ाम है तेरे यही बातें रहेगी अब नाराज़ हो कर भी तू शिकवे करेगी अब मगर जाना ज़रा सा आइना खुद भी तो देखो ना वफा कहते है किसको थोड़ा इसको भी सोचो ना मोहब्बत थी और मोहब्बत बाकी रहेगी पर वफा के नाम से ये ज़िन्दगी ढलती रहेगी पर तुम मुझको और मेरे इखलास को समझो मेरी नज़रों से देखो प्यार को और प्यार को समझो में खुशियां दू तुझे पल भर की और तुझे बदनाम होने दू ज़माने में मोहब्बत को फिर अपनी नीलाम होने दु तुम्हे गर नाज़ है अपनी मोहब्बत पर तो फिर नज़रे मिलाओ ना बताओ क्या वफा कम थी मुझे अपनी बताओ ना ये ऐसा मोड़ है की मै अब टूट चुका हूं कभी किस्मत कभी हालत से अब रूठ चुका हूं मुझे रुसवा ना करो तुम वफादारी की बातो से मेरे अरमानों को तुम क़त्ल ना करो रवादारी की बातो से real feelings for her but she not understand