मैं खुल के जो यूं हस देती हूं, चुटकुले सुना कर दूसरो के गम मिटा देती हूं, मैं जो हमेशा साथ निभाती हूं, कभी सोचा तुमने के आज मैं कैसी हूं? के मैं अपना दुख सुख क्यों नहीं कहती हूं? पूछना भी तुम्हे जरूरी कहां लगा! के कभी मेरी आंखो में झांक लेते, अदाकारा तो हम थे नही। पढ़कर कर मेरे शब्दों को अब झूठा दिलासा देने मत आना, तुम। के जिंदगी के शर्तों को पढ़ना मुझे भी, अब आने लगा है! Friends & acquaintances #yqdidi #yqbaba #poetry #friendship #inspirationalquotes #motivation #followme #newwritersclub