फूल चढ़ा दिए मैने मौला की मज़ार पे.... धार लगा दी मैने एक तलवार पे..... जिसने पंगा लिया मेरे जिगरी यार से.... अर्थी उठेगी उसकी इस संसार से.... यारों की यारी