हमें यह काली घटा सी अन्धेरी रात सताती है। तुम्हारे लफ्जों की अधूरी बात सताती है। इल्जाम लगाते हो सरेआम हमारी मोहब्बत पर तुम । मगर तन्हाई में तुमे भी हमारी याद सताती है। हमें यह अधूरी रात सताती है। Soumya Jain