मुखिया पति परिवार का चाभी पत्नी हाथ ! चाहे जैसे नाच नचाए पति को अपने साथ !! पति है परमेश्वर बस करवा चौथ की रात ! पत्नी देवी सदा ही यही पते की है बात !! मुखिया पति परिवार का चाभी पत्नी हाथ ! चाहे जैसे नाच नचाए पति को अपने साथ !! पति है परमेश्वर बस करवा चौथ की रात ! पत्नी देवी सदा ही यही पते की है बात !! हीरे सोने चाँदी के गहनों की है चाह ! पति बेचारे को फिर न दिखती कोई राह !!