तुम्हारी मोहब्बत की अमरबेल, जो मेरे दिल के बाग़ में खिली है, न कोई जड़, न कोई पत्तियां, बस तुम्हारी चाहत में पली है। मेरे जीवन के शाखोँ से लिपटी पीले धागों सी सुहानी यादें जो जीवन में रंग भरती तुम्हारे प्रेम की लताएं जो मेरे दिल पर फैली है ऐसे ढंक लेती हैं मुझे जैसे एक वृक्ष को अमरबेल अमरबेल सा रिश्ता अजर अमर ना कोई कमी ना कोई डर यूं ही जुड़े रहेंगे इस प्रेम के बन्धन में उम्र भर हमसफर ©Nikhil Kumar #Amarbel #yun_hi #Nikku_writer hindi shayari