कि नदी में नहीं चाहो तो समंदर में बहा देना... जो मुकर जाऊं अपने वादों से... तो अपने खंजर से नहीं.... मेरे ही खंजर से मुझे मौत की नींद सुला देना... Abhay.... जो मुकर जाऊं अपने वादों से...