Key to Happiness कविता मोहब्बत की चाबी खुले नहीं वह ताले जीने मिले दिलवाले हर चाबी का एक ताला होता था तीन चाबी वाला भी एक ताला होता था एक चाबी खो जाती थी तो दूसरी से खुल जाता था अब एक चाबी से कितने ताले खुल जाते हैं ताला वही रहता है बस चाबियां बदल जाती हैं मोहब्बत की चाबी