रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये, चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ, हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें, जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है माँ। ©Vibha Jain Maa jaisa koi nahi.... #beinghuman