ये जिंदगी संवेदनायों का सफ़र है चंचलता और चपलताओं से भरी ये डगर है वीरानी छाई हुई है हर ओर बस्ती में मुस्कान मुकम्मल हुए गुजरे कई पहर है गमगीन है हर शक्स अपने ही गम में संवेदनाओं को समझे किसी की कहाँ ऐसा मंजर है भावनाएँ कभी हँसाती है कभी रुलाती है कभी खुशियों की बौछार है कभी आँसुओ का कहर है #संवेदना