उतरी हो जैसे जन्नत से अपनी प्यारी जन्नत इसको देकर करदी वाहेगुरु ने पूरी हमारी मन्नत लाडो, गुड्डों कोई कहे मोटो कोई है कहता इसको प्यार किए बिना कोई भी ना रहता इसकी एक हँसी से गुंजे घर आंगन की बगिया लम्बी उम्र हो, खुशियाँ मनाए यूँ ही सदियो सदियाँ ©Anita Mishra #happily