जगाने मानवीय मानवता का भाव, लेकर खुशियाँ ओर प्रेमभाव, देखो सांता आया,खुशियाँ लाया,भा गए सांता सबके मनोभाव, मिटी आपसी विक्षिप्तता और विनष्ट हुआ बैरभाव और मनमुटाव, मिलकर खुशियों को बाँटो,उपहार में दे दो बस थोड़ा-सा स्नेहाभाव, बाँट लो ये त्योहार उन मासूमों के साथ जो तरस गए मात्र खुशियों को, बन जाये दिन उनका भी मिल जाये उनको भी सांता का उपहार भी। आप सभी को क्रिसमस की ढेरों शुभकामनाएंँ.....! 🎀 प्रतियोगिता संख्या:- 12 🎀 शीर्षक:- देखो सांता आया खुशियाँ लाया..! 🎀 समय सीमा- आज शाम 6 बजे तक।