दिन नाही बचिये..... "बिचारिया नींद बिचारे, अब काहे के तू दिन गुजारे। दिन नाही बचिये बड़े हजुरों के, और नाही कोऊ फकीरों के।।" #दिन #नींद #बिचारिया #हजुर #फकीरों #aapkejazbaat #bajrangbhagat #bajrangautam