मैं रोता हूँ ...जब बिकते देखता हूँ ... पिता के स्वाभिमान को माँ के अभिमान को स्त्रियों के सम्मान को मैं रोता हूँ ..जब व्यापक देखता हूँ .. क़लमकार दहशतगर्द कामो को कवि राहुल पाल आतंकी नामो को भ्रष्टाचार के नारों को मैं रोता हूँ.. जब प्रसार देखता हूँ .. दोस्ती के खंजर को बिगड़ते मंजर को लूटते जऱ को मैं रोता हूँ ..जब लिप्त देखता हूं व्यसन मे ग्रसित गलियों को मुरझाती कलियों को घूमते हत्यारों को राहुल मैं रोता हूँ ..जब लाचार देखता हूँ फाँसी पर लटकते किसान को शहीद होते जवान को तिरंगे के अपमान को #cry #nojotoapp #nojotonews #nojotohindi #nojoto मैं रोता हूँ ...जब बिकते देखता हूँ ... पिता के स्वाभिमान को माँ के अभिमान को स्त्रियों के सम्मान को मैं रोता हूँ ..जब व्यापक देखता हूँ .. दहशतगर्द कामो को आतंकी नामो को