हुआ रात ये कहानी, भूली बात सब पुरानी। तेरे आने के खुशी में बहा आंख से ये पानी।। कभी गेंद के माफिक तूने जो खेला था दिल से, वो भी प्यार था समझ सब भूल दी ओ जानी।। चल बता भी दें अब तो , खुद का ईमान जग को। हम लोग एक जैसे, क्या तेरी मेरी कहानी।। :- सुजीत मिश्रा प्रयागराज । #Dirty_Politics #Sujit_Kumar_Mishra